मोरबी में पुल टूटने से मच्छु नदी में इंसान तो डूबे ही, तमाम परिवारों के सपने भी डूब गए. किसी ने अपना बेटा खोया, तो किसी ने भाई गंवाया. किसी ने अपनी मां को छिनते देखा तो कोई आंखों के सामने ही अपना पूरे परिवार से बिछड़ बैठा.
गुजरात के मोरबी में ब्रिज हादसे के बाद मच्छु नदी ने अब तक 134 शव उगल दिए हैं. इस भयानक हादसे में किसी ने अपना बेटा तो किसी ने पत्नी खो दी.कुछ ऐसी ही कहानी है अपने 7 परिजनों को गंवाने वाली जमीला की.अमेरिकन प्रेसिडेंट जो बाइडेन से लेकर रूस के राष्ट्रपति ब्वादिमिर पुतिन, इजराइल के प्रधानमंत्री याइर लापिद से लेकर श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे जैसे तमाम राष्ट्राध्यक्षों ने भी गहरी संवेदना व्यक्त की.इस हादसे में एक नन्हे बच्चे का नदी किनारे पड़ा अकेला जूता और 8 महीने की गर्भवती की लाश हर किसी के हृदय की धड़कन को कुछ पल के लिए धक्क से रोक-सा देती.
ज़मीला बहन अपने परिवार के 8 लोगों के संग झूलते ब्रिज पर घूमने आई थीं. जिनमें से सिर्फ़ जमीला ही बची हैं.इकलौती बची जमीला अपनी पथराई आंखों से आपबीती सुनाते हुए आगे कहती हैं, ''मेरी ननद का बेटा एक बार मेरे हाथों में आ गया, लेकिन वो भी फिर छूट गया.दूसरी कहानी मोरबी में रहने वाले हार्दिक फलदू और उनकी पत्नी मिरल की. दोनों अपने 4 साल के बेटे जियांश को साथ लेकर रविवार ब्रिज पर घूमने निकले थे. मच्छु नदी के गहरे पानी में जा समाए. इस दौरान किसी तैराक ने डूब रहे जियांश को बचा लिया. लेकिन अब मासूम से माता-पिता जुदा हो गए.
गुजरात के मोरबी शहर में एक केबल पुल टूटने की घटना में सोमवार को 134 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे के सिलसिले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
raj, pluss news
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