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गुरुवार, फ़रवरी 02, 2023

शहीद जगदेव प्रसाद की 101वीं जयंती पर संस्था कुशवाहा एकता कल्याण समिति द्वारा जयंती पर्व का आयोजन किया गया

सोशन से मुक्ति का सबसे सशक्त स्वर थे शहीद जगदेव'

     पटना सिटी। बिहार के लेनिन के रूप में मशहूर तथा पिछड़ों एवं अभिवंचितों के अधिकार के लिए अपने प्राण की आहुति देनेवाले शहीद जगदेव प्रसाद की 101वीं जयंती पर संस्था कुशवाहा एकता कल्याण समिति द्वारा जयंती पर्व का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय बेगमपुर स्थित शहीद जगदेव पार्क में सम्पन्न हुआ ।  जयंती पर्व का का शुभारंभ पार्षद तारा देवी, पार्षद किरण मेहता,पार्षद मनोज मेहता ,पूर्व पार्षद बलराम चौधरी, पूर्व पार्षद शिव मेहता, बुजुर्ग समाजसेवी बृजानंद मेहता, कॉ० कुशवाहा नंदन तथा अन्य अतिथियों की मौजूदगी में शहीद जगदेव की मूर्ति पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि के साथ हुआ। कार्यक्रम में शहीद जगदेव प्रसाद के साथ काम कर चुके बुजुर्ग समाजसेवी एवं पर्यावरणविद् अभियंता डॉ०सी०पी० सिन्हा द्वारा शहीद जगदेव प्रसाद की 101वी जयंती के स्मृति चिह्न  के रूप में पवित्र नारियल के पौधे का रोपण रहा।


   इस अवसर पर अपने उद्गार व्यक्त करते हुए पार्षद तारा देवी ने कहा कि शहीद जगदेव प्रसाद व्यवस्था परिवर्तन के लिए संघर्ष एवं अभियान के प्रतीक थे । सभा में पार्षद किरण मेहता ने कहा कि शहीद जगदेव ने समाज में व्याप्त सामाजिक-आर्थिक गैरबराबरी को समाप्त कर न्यायसम्मत समाज के निर्माण की सर्वदा वकालत की। सभा को संबोधित करते हुए युवा नेत्री सुमन सौरभ ने कहा कि शहीद जगदेव जी के सपनों को साकार तब तक नहीं किया जा सकता है जब तक पिछड़े एवं अभिवंचितों तक शिक्षा की रोशनी नहीं पहुंचती है । इस अवसर पर अपने उद्गार व्यक्त करते हुए वरीय समाजसेवी डॉ० एकबाल अहमद ने कहा कि शहीद जगदेव बाबू एकसमान तथा अनिवार्य शिक्षा के पैरोकार थे तथा शोषितों की मुक्ति हेतु विधान मंडलों में  समुचित प्रतिनिधित्व के समर्थक थे।


पूर्व पार्षद शिव मेहता अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले, ई०वी०रामास्वामी पेरियार, डॉ०अंबेडकर और मानवतावादी रामस्वरूप वर्मा के विचारों को कार्यरूप देने वाले शहीद जगदेव प्रसाद ही थे। अपने संबोधन में पूर्व पार्षद बलराम चौधरी ने कहा कि शहीद जगदेव प्रसाद ने न केवल सामाजिक असमानता खत्म करने हेतु 'ब्राह्मण-भंगी एक समान' की पैरवी की बल्कि व्यक्ति को कर्मठ बनाने हेतु पुनर्जन्म एवं भाग्यवाद का विरोध भी किया। 

सभा को धीरज कुमार मेहता, विजय कुमार सिंह ,शिव प्रसाद मेहता,अजीत सिंह कुशवाहा,देवरत्न प्रसाद,अजय मेहता, मनोज कुमार कुशवाहा, छोटू मेहता, दिनेश मेहता ,पंकज कुशवाहा आदि ने भी संबोधित किया।इस अवसर पर पप्पू मेहता,श्रवण मेहता, अलख मेहता, डॉ० राजेंद्र प्रसाद सिंह ,कॉ० शंभूनाथ मेहता,ओमप्रकाश महतो ,दिनेश कुमार,रविरंजन चौधरी,सतीश मेहता,अर्जुन प्रसाद ,देवनारायण


 प्रसाद ,रघुनाथ प्रसाद, लीलाधर गुड्डू ,गौतम महतो, राजेश कुमार सिंह, संतोष गिरि ,मनीष कुमार आदि मौजूद थे। अतिथियों का स्वागत अमरनाथ प्रसाद ने तथा धन्यवाद-ज्ञापन अरुण कु०मेहता ने किया । सभा की अध्यक्षता समिति अध्यक्ष विनय कृष्ण मौर्य ने की।                                             राज कृष्णन, प्लस न्यूज


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