बिहार में नई सरकार के गठन के बाद आज पहली बार शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। पटना की सड़क पर शिक्षक अभ्यर्थी उतरे हैं और सातवें चरण की नियोजन प्रक्रिया के दौरान खुद को दूर रखे जाने से नाराज अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया है। शिक्षक अभ्यर्थियों की डिमांड है कि सातवें चरण की नियोजन प्रक्रिया से जो अभ्यर्थी वंचित रह गए हैं उन्हें शामिल किया जाए। बड़ी संख्या में आज शिक्षक अभ्यर्थी पटना के डाकबंगला चौराहा पहुंचे और वहां प्रदर्शन किया है। इस प्रदर्शन को देखते हुए भारी तादाद में पुलिस बल की तैनाती भी की गई है CTET और BTET के अभ्यर्थियों का आरोप है कि सरकार उनकी नहीं सुन रही है। पिछले 22 दिनों से पटना के गर्दनीबाग में उनका धरना प्रदर्शन चलता रहा लेकिन सरकार ने सुध नहीं ली अब वह सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। शिक्षा के अभ्यर्थियों ने इस मामले में शिक्षा मंत्री से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है..
राजधानी में सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों के ऊपर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है और इस दौरान मजिस्ट्रेट के तौर पर तैनात पटना के एडीएम के के सिंह की गुंडागर्दी देखने को मिली है। एक प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी के हाथ में तिरंगा होने के बावजूद केके सिंह ने हाथ में डंडा लेकर उस पर लाठी बरसाई। सीधे-सीधे तिरंगे को निशाना बनाकर अभ्यर्थी के हाथ पर केके सिंह हमला करते रहे, लगातार दर्जनों बार तिरंगे पर लाठी से प्रहार किया। तिरंगे का अपमान वहां खड़े पुलिस और प्रशासन के दूसरे लोग भी देख रहे थे… तिरंगे के सम्मान को लेकर प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी ने झंडा अपने हाथ से नीचे नहीं गिरने दिया लेकिन एडीएम के के सिंह नहीं रुके। वे तब तक लाठी बरसाते रहें जब तक अभ्यर्थी लहूलुहान नहीं हो गया। अभ्यर्थी ने जब इस सब के बावजूद भी तिरंगा हाथ से नहीं छोड़ा तो वहां खड़े पुलिस के एक दूसरे जवान को तिरंगे का अपमान नहीं देखा गया और उसने अभ्यर्थी के हाथ से तिरंगा ले लिया लेकिन एडीएम केके सिंह को इसके बावजूद भी शर्म नहीं आई..
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