नीट यूजी पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पटना पुलिस ने पूरे पेपर लीक मामले का भंडाफोड़ कर दिया है।पुलिस ने मामले से जुड़े कई हैरतअंगेज खुलासे किए हैं..पटना पुलिस ने अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। जब कि पूरे बिहार में आठ मुन्ना भाई को भी हिरासत में लिया गया है। पटना में 15-20 स्टूडेंट्स को प्रश्न पत्र दिया गया और आंसर शीट को रटवाया गया था। बता दें कि पांच मई को पूरे देश में नीट यूजी की परीक्षा हुई थी। देशभर के 571 शहरों में 4750 केन्द्रो पर यह परीक्षा आयोजित की गई थी। मगर पांच मई को जब परीक्षा चल रही थी उसी दौरान झारखंड से लेकर बिहार तक कई गिरफ्तारियां हुईं। इस मामले में पटना के शास्त्रीनगर थाने में FIR दर्ज की गई थी...नालंदा का संजीव सिंह उर्फ संजीव मुखिया, रॉकी, नीतीश और अमित आनंद ने यह प्रश्नपत्र और उत्तर उपलब्ध कराया था। नालंदा का संजीव मुखिया पुराना परीक्षा माफिया रहा है। उसके बेटे डॉ शिव को पिछले 20 अप्रैल को ही BPSC पेपर लीक मामले में उज्जैन से एक महिला साथी के साथ गिरफ्तार किया गया था। जब कि संजीव मुखिया को नीट यूजी का प्रश्नपत्र लीक कराने के आरोप में 2016 में उत्तराखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया था..
प्रति स्टूडेंट 40 लाख रुपया में सौदा तय हुआ था.
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