कोरोना महामारी में किसी को कोई परेशानी न हो इसे लेकर एक तरफ जहां राज्य सरकार पूरी तरह से प्रयास रत है वही दूसरी ओर राज्य के अलग अलग जिलों से क्वारेंटीन सेंटर से बदहाली की तस्वीर भी निकल कर सामने आ रही है जिसके बाद सरकार ने डॉक्टर,पुलिस के बाद अब शिक्षक और सरकारी विभाग के कुछ कर्मी को भी क्वारेंटीन सेंटर में ड्यूटी लगा दिए.अब ऐसे में सवाल उठता है की राज्य में जितने भी माननीय है जैसे विधायक,विधानपार्षद,मंत्री वो क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण क्युँ नहीं कर सकते ,जब सभी लोग अपनी अपनी ड्यूटी में लगे है तो इन माननीय को छूट क्यूँ ? इस मामले को लेकर पटना हाई कोर्ट के वरिष्ठ वकील व जाने-माने जनहित याचिका एक्सपर्ट मणि भूषण प्रताप सेंगर ने बिहार सरकार से यह मांग किया है कि सरकार एक आदेश निकाले , जिसमें सभी विधायक, विधान पार्षद, मंत्री या और भी जनप्रतिनिधियों को अपने संबंधित क्षेत्रों में अवस्थित क्वारांटाइन केंद्रों के प्रतिदिन निरीक्षण करने का आदेश हो । उन्होंने यह भी मांग किया है कि जनहित और लोकतंत्र के हित में जल्द से जल्द ऐसा आदेश देने की कृपा की जाए । इससे ना केवल राजनीति की बल्कि सरकार की भी साख बची रहेगी । हमारे साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि बिहार के बहुत से क्वॉरेंटाइन सेंटरों पर भारी कुव्यवस्था है । इससे न केवल आम जनता को बल्कि प्रवासी मजदूरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । अगर हमारे जनप्रतिनिधि क्वॉरेंटाइन सेंटरों का रोज निरीक्षण करते हैं तो , वहां पर फैली कुव्यवस्था से काफी राहत मिलेगी और सेंटरों की व्यवस्था उत्तम हो जाएगी। ......
ब्यूरो रिपोर्ट राज कृष्णन
प्लस न्यूज़,पटना
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