बाढ़ अनुमंडल के विभिन्न मंदिरों और गंगा घाटों पर आज के दिन 'वर पूजा' की धूम देखी गई! अहले सुबह से ही गंगा के विभिन्न घाटों पर महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी! कुछ महिलाएं अपने घर में ही स्नान-ध्यान कर सज-धज कर पूजा के लिए मंदिर प्रांगण पहुंची, तो कुछ महिलाएं गंगा घाट पर ही स्नान कर पूजा पाठ में तल्लीन दीखी!
'अखंड सौभाग्यवती भव:'जैसे वरदान से ओतप्रोत महिलाओं द्वारा की जाने वाली 'वर पूजा' का अपना विशेष महत्व है! इस दिन खासकर महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए पूजा- अर्चना करती है! कुछ मॉडर्न महिलाओं को छोड़ दे तो, सावित्री और सत्यवान काल से चली आ रही इस पूजा की आज भी उतना ही महत्व है, जितना कि उस काल में थी! इसी वरदान के बदौलत उस काल की सावित्री अपने पति सत्यवान को मौत के मुंह से खींच लाई थी! हालांकि आज की 'वर पूजा' में देशव्यापी लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंस कुछ बाधाएं जरूर डाली है! लेकिन आस्था और विश्वास के सामने उसकी भी धज्जियां उड़ गई !
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