आईपीएल 2013 मैच फिक्सिंग प्रकरण को अपने जीवन का ‘सबसे कठिन और निराशाजनक’ दौर बताते हुए महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि खिलाड़ियों का क्या कसूर था. दो बार के विश्व कप विजेता कप्तान ने ‘रोर ऑफ द लॉयन’ डॉक्यूड्रामा में इस मसले पर अपनी चुप्पी तोड़ी. भारतीय क्रिकेट को झकझोर देने वाले इस प्रकरण में प्रबंधन की भूमिका के कारण चेन्नई सुपर किंग्स को दो साल का प्रतिबंध झेलना पड़ा-------------------------महेंद्र सिंह धोनी ने कहा, ‘लोगों को लगता है कि आप बहुत मजबूत हैं और लोग पूछते नहीं है कि आप कैसे हो. मैने इसका सामना ऐसे ही किया. मैं इस बारे में दूसरों से बात नहीं करना चाहता था. लेकिन, अंदर से यह मुझे कुरेद रहा था. मैं नहीं चाहता कि किसी भी चीज का असर मेरे खेल पर पड़े. मेरे लिए क्रिकेट सबसे अहम है.’-----धोनी ने डॉक्यूमेंट्री में कहा कि मैच फिक्सिंग कत्ल से भी बड़ा गुनाह है. उन्होंने कहा, ‘मैं आज जो कुछ भी हूं, क्रिकेट की वजह से हूं. मेरे लिए सबसे बड़ा गुनाह कत्ल नहीं बल्कि मैच फिक्सिंग है.-----
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शुक्रवार, मार्च 22, 2019
मेरे लिए सबसे बड़ा गुनाह कत्ल नहीं बल्कि मैच फिक्सिंग है---धोनी
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