आम आदमी पार्टी, बिहार
पटना : मुजफ्फरपुर बालिकागृह मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की माँग को लेकर विगत सोमवार से अनशन पर बैठे आम आदमी पार्टी के अनशनकारियों की स्थिति बिगड़ने लगी है। बुधवार को जाँच में अनशनकारियों का ब्लडप्रेशर निम्न पाया गया। अनशनकारी ज्योतिमाला के स्वास्थ्य थोड़ी में गिरावट आई है, जबकि नवल किशोर और अधीर कर्ण का स्वास्थ्य नियंत्रित है। आज अनशन का चौथा दिन है।पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शत्रुघ्न साहु ने राज्य सरकार पर बहरे होने का आरोप लगाते हुये कहा कि पूर्व में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब भी नैतिकता या अंतरात्मा की दुहाई दिया, वह सिर्फ स्वार्थ साधने के लिये कहा।
साहु ने कहा कि बिहार में जनता के द्वारा चुनी गई महागठबंधन की सरकार को गिराकर नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ जाकर सरकार बना लिया। तब उन्होंने तत्कालीन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर सीबीआई जाँच के घेरे में आने की बात कहकर नैतिकता एवं अंतरात्मा की दुहाई दी। आज उसी सीबीआई ने मुजफ्फरपुर बालिकागृह कांड में नीतीश कुमार को घेरे में ले लिया है। ऐसे में उन्हें अविलम्ब इस्तीफा देना चाहिये था, किन्तु अब वे माँगने पर भी इस्तीफा नहीं दे रहे। उनका यह दोहरा मापदंड साबित करता है कि पूर्व में उनके द्वारा कही गई नैतिकता एवं अंतरात्मा की बातें महज एक दिखावा था। इसकी आड़ में उन्होंने हमेशा सिर्फ स्वार्थ साधने का कार्य किया।श्री साहु ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा मुजफ्फरपुर बालिकागृह कांड की सुनवाई का ट्रांसफर बिहार से दिल्ली किया जाना भी इस बात का संकेत है कि अनाथ नाबालिग पीड़ित बेटियों के प्रति राज्य सरकार के मुखिया नीतीश कुमार ने राजधर्म का निर्वाह नहीं किया, तब जाकर बाध्य होकर सुप्रीम कोर्ट ने केस की सुनवाई को बिहार से दिल्ली ट्रांसफर कर दिया।
अनशन स्थल पर दिन भर गहमागहमी रही। मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज कुमार, अमित कुमार, प्रवक्ता अमर प्रसाद यादव, महिला मोर्चा अध्यक्षा उमा दफ़्तुआर, डॉ प्रिया सिंह, आसमां खान, सचिव श्रीवत्स पुरुषोत्तम, राहुल कुमार सिंह, गुल्फिंशा यूसुफ, आनन्द पटेल, अंजुम बारी, अनु कुमारी, अजय कुमार, योगेंद्र चौधरी, आइसा हुसैन, कृष्णमुरारी, शौर्य गुप्ता, रामप्रवेश पासवान भी मौजूद रहे।
पटना : मुजफ्फरपुर बालिकागृह मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की माँग को लेकर विगत सोमवार से अनशन पर बैठे आम आदमी पार्टी के अनशनकारियों की स्थिति बिगड़ने लगी है। बुधवार को जाँच में अनशनकारियों का ब्लडप्रेशर निम्न पाया गया। अनशनकारी ज्योतिमाला के स्वास्थ्य थोड़ी में गिरावट आई है, जबकि नवल किशोर और अधीर कर्ण का स्वास्थ्य नियंत्रित है। आज अनशन का चौथा दिन है।पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शत्रुघ्न साहु ने राज्य सरकार पर बहरे होने का आरोप लगाते हुये कहा कि पूर्व में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब भी नैतिकता या अंतरात्मा की दुहाई दिया, वह सिर्फ स्वार्थ साधने के लिये कहा।
साहु ने कहा कि बिहार में जनता के द्वारा चुनी गई महागठबंधन की सरकार को गिराकर नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ जाकर सरकार बना लिया। तब उन्होंने तत्कालीन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर सीबीआई जाँच के घेरे में आने की बात कहकर नैतिकता एवं अंतरात्मा की दुहाई दी। आज उसी सीबीआई ने मुजफ्फरपुर बालिकागृह कांड में नीतीश कुमार को घेरे में ले लिया है। ऐसे में उन्हें अविलम्ब इस्तीफा देना चाहिये था, किन्तु अब वे माँगने पर भी इस्तीफा नहीं दे रहे। उनका यह दोहरा मापदंड साबित करता है कि पूर्व में उनके द्वारा कही गई नैतिकता एवं अंतरात्मा की बातें महज एक दिखावा था। इसकी आड़ में उन्होंने हमेशा सिर्फ स्वार्थ साधने का कार्य किया।श्री साहु ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा मुजफ्फरपुर बालिकागृह कांड की सुनवाई का ट्रांसफर बिहार से दिल्ली किया जाना भी इस बात का संकेत है कि अनाथ नाबालिग पीड़ित बेटियों के प्रति राज्य सरकार के मुखिया नीतीश कुमार ने राजधर्म का निर्वाह नहीं किया, तब जाकर बाध्य होकर सुप्रीम कोर्ट ने केस की सुनवाई को बिहार से दिल्ली ट्रांसफर कर दिया।
अनशन स्थल पर दिन भर गहमागहमी रही। मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज कुमार, अमित कुमार, प्रवक्ता अमर प्रसाद यादव, महिला मोर्चा अध्यक्षा उमा दफ़्तुआर, डॉ प्रिया सिंह, आसमां खान, सचिव श्रीवत्स पुरुषोत्तम, राहुल कुमार सिंह, गुल्फिंशा यूसुफ, आनन्द पटेल, अंजुम बारी, अनु कुमारी, अजय कुमार, योगेंद्र चौधरी, आइसा हुसैन, कृष्णमुरारी, शौर्य गुप्ता, रामप्रवेश पासवान भी मौजूद रहे।
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