सूबे के वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी ने साल 2018-19 का बजट पेश कर
दिया है-------जो 1 करोड़ 76 लाख करोड़ की बजट है------जिसमें सबसे ज्यादा
शिक्षा के क्षत्रों में खरच करने का प्रावधान किया गया है------
पर देखना दिलचस्प होगा कि, आखिर ये बजट लागु होता कैसे है?.....वर्तमान में जो शिक्षा का हालात है ,उससे ये उम्मीदें बेईमानी सा लगता है-----सदन में मंत्री ने प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक की बातें की,जो सिर्फ एक सपने को साकार करने जैसा है--------बात अगर प्राथमिक शिक्षा की ,कि जाए तो साफ हो जाता है कि, जहां के स्कूलों में नाही आधारभूत संरचना है और नाही शिक्षक ,तो उस शिक्षा के दावे का क्या हो सकता है?.......यहां के शिक्षक सालभर में कई महीनों तक गैरशैक्षणिक कार्यों में इस तरह व्यस्त रहते मानों कि,क्लास से परीक्षा कब खत्म हो गई-----इससे समय बचा तो शिक्षक अपने तनख्वाह को लेकर धरना-प्रदर्शन में व्यस्त हो जाते हैं-------तो फिर छात्रों का भला कौन करता है.....तो इसका उदाहरण मुजफ्फरपुर में हुये स्कूल की घटना है जिसमें 12 छात्रों की मौत हो गई-------
जहां तक बात उच्च शिक्षा का है तो इसका सच भी छुपा नही है------विश्वविद्यालय और कॉलेजों में सृजित पदों में से आधे से अधिक खाली पड़े है या खाली होने वाले हैं------तो समझ लीजीए की उच्च का हाल क्या है......कहने में कोई संकोच नही होना चाहिए कि ,उच्च शिक्षा के नाम पर सिर्फ डिग्रीयां बांटी जा रही है------और तो और इससे भी आगे फर्जी कॉेलेजों के मद्द से लाखों रूपया लेकर सिर्फ और सिर्फ डिग्रीयां बांटी जा रही है------तो घोषणा किस बात का......कि तीन विश्वविद्यालय का निर्माण किया जाएगा-----जो पहले से मौजूद हैं उनकी हालत दिन-प्रतिदिन खराब होता चला जा रहा है------वही विपक्ष अपनी जिम्मेवारियों के न समझते हुये हंगामा और विरोध प्रदर्शन में लगी हुई है.....तो भला सरकार को कौन बताए...........?
शिक्षा विभाग के लिए 32125 करोड़ का बजट
-बिहार में तीन निजी विश्ववि्द्यालयों की शुरूआत
-तीन नए सरकारी विश्ववि्द्यालय खुलेंगे
-आइजीआइएमएस में 120करोड़ की लागत से कैंसर संस्थान बनेगा
-ग्रामीण विकास विभाग के लिए 10560 करोड़ का बजट
-ऊर्जा विभाग के लिए 10257 करोड़ का बजट
-राज्य के सभी गांव में बिजली पहुंचाना लक्ष्य
-जल्द ही सभी बसावटों तक बिजली पहुंचाई जाएगी
-गंगा नदी पर 676 करोड़ की लागत से छह लेन पुल
-गंडक नदी पर 663 करोड़ की लागत से पुल बन रहा
-PMAY के तहत पांच लाख से अधिक लोगों को आवास मिला
-बिहार में 40.83फीसदी घरों में शौचालय का निर्माण
-इस साल दस लाख एसएजे जीविका संगठन का लक्ष्य
-दस लाख स्कूली बच्चों को सोलर लैंप दिया जाएगा
-एक अप्रैल से भूमि संबंधित मामलों का अॉनलाइन निपटारा
-मुख्यमंत्री हर घर नल योजना के लिए 1225 करोड़ की राशि
-पंचायत सरकार भवन निर्माण के लिए 200 करोड़
-302 करोड़ की लागत से पटना में आइएसबीटी स्टैंड
-पटना से भागलपुर तक गंगा के किनारे जैविक खेती
-जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रति किसान 6000 रुपये दिए गए
-बिहार में तीन नए कृषि विज्ञान केंद्र की स्थापना होगी
-गैर कर राजस्व में खनन से 1600करोड़ का राजस्व मिला
-केंद्रीय करों में राज्य करों की हिस्सेदारी 65326 करोड़
-वर्ष 2018-19में 70 हजार केंद्र कर में हिस्सेदारी संभावित
-वर्ष 2018-19 में शिक्षा पर 36125 करोड़ रुपये होंगे खर्च
-हर घर नल का जल, बिजली, सड़क सरकार का लक्ष्य
जिलों में एएनएम कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज की होगी स्थापना
-राज्य में नए पॉलिटेक्निक कॉलेज का होगा निर्माण
-भागलपुर में गंगा की धारा विक्रमशिला आश्रणी घोषित
-आश्रणी में इस साल से नए मोटर बोट का संचालन होगा शुरू
पर देखना दिलचस्प होगा कि, आखिर ये बजट लागु होता कैसे है?.....वर्तमान में जो शिक्षा का हालात है ,उससे ये उम्मीदें बेईमानी सा लगता है-----सदन में मंत्री ने प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक की बातें की,जो सिर्फ एक सपने को साकार करने जैसा है--------बात अगर प्राथमिक शिक्षा की ,कि जाए तो साफ हो जाता है कि, जहां के स्कूलों में नाही आधारभूत संरचना है और नाही शिक्षक ,तो उस शिक्षा के दावे का क्या हो सकता है?.......यहां के शिक्षक सालभर में कई महीनों तक गैरशैक्षणिक कार्यों में इस तरह व्यस्त रहते मानों कि,क्लास से परीक्षा कब खत्म हो गई-----इससे समय बचा तो शिक्षक अपने तनख्वाह को लेकर धरना-प्रदर्शन में व्यस्त हो जाते हैं-------तो फिर छात्रों का भला कौन करता है.....तो इसका उदाहरण मुजफ्फरपुर में हुये स्कूल की घटना है जिसमें 12 छात्रों की मौत हो गई-------
जहां तक बात उच्च शिक्षा का है तो इसका सच भी छुपा नही है------विश्वविद्यालय और कॉलेजों में सृजित पदों में से आधे से अधिक खाली पड़े है या खाली होने वाले हैं------तो समझ लीजीए की उच्च का हाल क्या है......कहने में कोई संकोच नही होना चाहिए कि ,उच्च शिक्षा के नाम पर सिर्फ डिग्रीयां बांटी जा रही है------और तो और इससे भी आगे फर्जी कॉेलेजों के मद्द से लाखों रूपया लेकर सिर्फ और सिर्फ डिग्रीयां बांटी जा रही है------तो घोषणा किस बात का......कि तीन विश्वविद्यालय का निर्माण किया जाएगा-----जो पहले से मौजूद हैं उनकी हालत दिन-प्रतिदिन खराब होता चला जा रहा है------वही विपक्ष अपनी जिम्मेवारियों के न समझते हुये हंगामा और विरोध प्रदर्शन में लगी हुई है.....तो भला सरकार को कौन बताए...........?
शिक्षा विभाग के लिए 32125 करोड़ का बजट
-बिहार में तीन निजी विश्ववि्द्यालयों की शुरूआत
-तीन नए सरकारी विश्ववि्द्यालय खुलेंगे
-आइजीआइएमएस में 120करोड़ की लागत से कैंसर संस्थान बनेगा
-ग्रामीण विकास विभाग के लिए 10560 करोड़ का बजट
-ऊर्जा विभाग के लिए 10257 करोड़ का बजट
-राज्य के सभी गांव में बिजली पहुंचाना लक्ष्य
-जल्द ही सभी बसावटों तक बिजली पहुंचाई जाएगी
-गंगा नदी पर 676 करोड़ की लागत से छह लेन पुल
-गंडक नदी पर 663 करोड़ की लागत से पुल बन रहा
-PMAY के तहत पांच लाख से अधिक लोगों को आवास मिला
-बिहार में 40.83फीसदी घरों में शौचालय का निर्माण
-इस साल दस लाख एसएजे जीविका संगठन का लक्ष्य
-दस लाख स्कूली बच्चों को सोलर लैंप दिया जाएगा
-एक अप्रैल से भूमि संबंधित मामलों का अॉनलाइन निपटारा
-मुख्यमंत्री हर घर नल योजना के लिए 1225 करोड़ की राशि
-पंचायत सरकार भवन निर्माण के लिए 200 करोड़
-302 करोड़ की लागत से पटना में आइएसबीटी स्टैंड
-पटना से भागलपुर तक गंगा के किनारे जैविक खेती
-जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रति किसान 6000 रुपये दिए गए
-बिहार में तीन नए कृषि विज्ञान केंद्र की स्थापना होगी
-गैर कर राजस्व में खनन से 1600करोड़ का राजस्व मिला
-केंद्रीय करों में राज्य करों की हिस्सेदारी 65326 करोड़
-वर्ष 2018-19में 70 हजार केंद्र कर में हिस्सेदारी संभावित
-वर्ष 2018-19 में शिक्षा पर 36125 करोड़ रुपये होंगे खर्च
-हर घर नल का जल, बिजली, सड़क सरकार का लक्ष्य
जिलों में एएनएम कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज की होगी स्थापना
-राज्य में नए पॉलिटेक्निक कॉलेज का होगा निर्माण
-भागलपुर में गंगा की धारा विक्रमशिला आश्रणी घोषित
-आश्रणी में इस साल से नए मोटर बोट का संचालन होगा शुरू
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